या छै छोरी जेपर की, ईंकी कणियाँ कियाँ हैरी छै॥(टेर)


ज्याँ मरदाँ का करम फूटग्या, ज्याँकी बीबी मोटी छै।
दरवाजा पै अटक जावै तो टल्लम-टल्ला हैरी छै॥
या छै छोरी जेपर की, ईंकी कणियाँ……॥(1)


ज्याँ मरदाँ का करम फूटग्या, ज्याँकी बीबी छोटी छै।
पलंग तळै घुस जावै तो, हेरम-हेरी हैरी छै॥
या छै छोरी जेपर की, ईंकी कणियाँ……॥(2)


वाँ छोर्यां का करम फूटग्या, ज्याँका बींद सराबी छै।
दारू पीर आ जावै तो, डुक्‍कम-डुक्‍का हैरी छै॥
या छै छोरी जेपर की, ईंकी कणियाँ……॥(3)


वाँ छोर्यां का करम फूटग्या, ज्याँका बींद जुवारी छै।
घर मै आटो बीतग्यो तो, फाँकम-फाँकी हैरी छै॥
या छै छोरी जेपर की, ईंकी कणियाँ……॥(4)


ज्याँ मरदाँ का करम फूटग्या, ज्याँकी बीबी सुन्दर छै।
सड़काँ माळै नखळ पड़ै तो, सीटम-सीटी हैरी छै॥
या छै छोरी जेपर की, ईंकी कणियाँ……॥(5)