लटूर्या दाई नै बलाल्या रै
म्हारो मस-मस दुखै पेट लटूर्या दाई नै बलाल्या रै(टेर)
बाजा बाजै ये डूँगर मै छोरी तोनै लेबाळो आयो।
म्हारो उठै रै कळेजो, म्ह मरी ये दरद की मारी, दुवाई बेगो दे दे रै।
म्हारो मस-मस दुखै पेट लटूर्या दाई नै……॥(1)
- आगै ओर पडो
- थाँकी राय द्यो
अबार की राय