काळ्यो कूद पड़्यो रै मेळा मै साइकल पंचर करल्यायो॥(टेर)


दो दन डटजा रै डोकरिया, छोरी म्हारी बाजरियो काटै॥
काळ्यो कूद पड़्यो रै मेळा मै……॥(1)


बाजा बाजरिया डूँगर मै, छोरी तन लेबाळो आयो॥
काळ्यो कूद पड़्यो रै मेळा मै……॥(2)


जेपर जाज्यो कब्जो ल्याज्यो, कब्जो लाल बूँटी को॥
काळ्यो कूद पड़्यो रै मेळा मै……॥(3)


छोरी चटक-मटक मत चालै, कमर मै लचको पड़ज्यालो॥
काळ्यो कूद पड़्यो रै मेळा मै……॥(4)


जल्दी सींदै रै दरजी का, छोरी म्हारी सासरिये जासी॥
काळ्यो कूद पड़्यो रै मेळा मै……॥(5)


काजळ टीकी का नखरा मै, छोरी म्हारी मर मत जाज्यो॥
काळ्यो कूद पड़्यो रै मेळा मै……॥(6)