ढूँढाड़ी मै चोखा बच्यार 1-25

1. अगर थे थाँका बाळकाँ नै उपहार देबो चावै छो, तो वाँको होंसलो बडावो। – ब्रूस बार्टन

 

2. अगर थे दुखी हैबो चार्या छै, तो दनियाँ मै कोई भी थानै राजी न कर सकै, अगर थे राजी रैबा को मन बणा ले, तो ईं धरती पै कोई भी थानै दुखी न कर सकै। – परमहंस योगानंद

 

3. अगर थानै साँच देखणो छै, तो न गलत अर न सई मै राई राँखो। – ओपरा विनफ्रे

 

4. अगर कस्या भी तरीका सूँ कोई भी दूसरो तरीको सई छै, तो थे पक्‍का वादा कै साथ खै सकै छै, कि वो परकरती को तरीको छै। – अरस्तु

 

गुरुजी नै ध्यालै रै

गुरुजी नै ध्यालै रै, थारा जनम-जनम का दुखड़ा मिटालै रै।
जनम-मरण का काट मोरछा, परित पुरबली पालै रै॥(टेर)


सतगुरु दाता बेद बण आया, करमारी नबज दखालै रै।
देख नबज समजकर दाता, करम नाड़ को चालै रै॥
गुरुजी नै ध्यालै रै, थारा जनम-जनम का......॥(1)

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