लेख अपलोड करबा कै तोड़ी जाणकारी:-
(अ) लेख का परकार:-
ईं वेबसाइट कै तोड़ी अपणा लेख त्यार करबो अर ऊमै साथ देबा कै तोड़ी नरी सारी जाणकारी दियेड़ी छै:-
(1) सांस्करतिक का स्याब सूँ चोखी:- ईं वेबसाइट पै सगळा लेख ढूँढाड़ी समुदाय, आपणी संस्करति अर ढूँढाड़ी का बारा मै हैणा चाईजे। अस्या लेख जे सांस्करतिक या सामाजिक का स्याब सूँ ढूँढाड़ी समुदाय नै लाब देबाळा कोनै, वानै ईं वेबसाइट पै अपलोड मत करो।
(2) अलग-अलग हिस्‍सा मै बांटबाळा लेख:- सगळी समाज मै अलग-अलग सोचबाळा लोग रै छै अर वै हमेसाँ समुदाय नै अलग-अलग करबा का बारा मै जाणकारी देता रै छै अर वाँ लोगाँ नै एक साथ न हैबा दे। ईं वेबसाइट को योई मतलब छै कि पूरा ढूँढाड़ी समुदाय का लोगाँ नै एक साथ लेर चालाँ। जियाँ, राजनीति अर धरम का लोगाँ नै कद्‍याँ भी अलग न कर सकै।
(अ) ईं वेबसाइट पै अपलोड करेड़ा सगळा लेख राजनीति आळा न हैणा चाईचे। वाँ सगळा लेखाँ सूँ बचो, ज्ये एक राजनीति नै लेर लेख त्यार करै छै या फेर कोई दूसरा कै बारा मै छै।
(ब) ईं वेबसाइट पै अपलोड करेड़ा सगळा लेख कोई भी धरम सूँ जुड़ेड़ा न हैणा चाईचे। वाँ सगळा लेखाँ सूँ बचो, ज्ये कस्या भी धरम या कोई भी एक भगवान की बडाई करै छै।
(3) निरमाण सोसाइटी का सपना, मकसद अर खास मूल्य कै साथ मलाण:- ढूँढाड़ी मै वेबसाइट को विकास करबो निरमाण सोसाइटी की एक सुरूआत छै, ज्यो ढूँढाड़ी अर समुदाय नै बडाबा कै तोड़ी काम करै छै। या भी जरूरी छै कि या वेबसाइट निरमाण सोसाइटी का मूल्य अर मकसद कै खिलाप कोनै, वांकी वेबसाइट पै निरमाण सोसाइटी का सपना, मकसद अर खास मूल्य की जाणकारी दियेड़ी छै।
(4) साइत्य का परकार:- ईं वेबसाइट नै आगै बडाबाळा साइत्य का परकार, पण वाँपै रोक कोनै, वाँकी नीचै जाणकारी छै:-
(अ) समुदाय, वाँकी भासा-संस्करति, वाँको धरम, लोगाँ को इतियास, इलाको, जगाँ को नक्सो, संस्करति सूँ जुड़ेड़ी फोटुवाँ, सबदकोस, बाताँ, कावताँ, मुवावरा, चोखा बच्यार, चुटकला, कबिता, लोग-गीत, भजन, लुगायाँ का गीत, साख, पेळ्‍यां, तुँवार, चलण, सांस्करतिक कार्यकरम, मायड़ भासा मै समाचार, जनम, मरण, ब्याव याँ सब का बारा मै जाणकारी छै।
(ब) सरकारी या पराईबेट कार्यकरमां का बारा मै छै जाणकारी जे मायड़ भासा मै, समुदाय कै तोड़ी लाब देबाळा छै।
(ग) निरमाण का कार्यकरमां की जाणकारी, जियाँ मायड़ भासा मै साक्सरता कस्सा चलाबो, मायड़ भासा को विकास करबो, देसी खेती नै बडाबो देबो, सिक्सा अर ओर भी नरा छै।
(घ) वां कार्यकरमाँ का बारा मै जाणकारी द्‌यो, जे समुदाय नै लाब देबाळी हैवै, वानै वेबसाइट पै जोड़बा का बारा मै सोच सकै छै।
(च) मायड़ भासा मै साइत्य जे इलेक्टरोनिक का स्याब सूँ भी त्यार छै। ओनलाइन साइत्य नै छापबाळा नै लेबा को हक छै, अगर कोई हैलो तो।
(छ) भासा, समुदाय, संस्करति का बारा मै मायड़ भासा अर दूसरी भासा मै साइत्य की सूची।
(ज) मायड़ भासा या कोई दूसरी भासा मै दूसरी वेबसाइटां की लिंक, जण्डै समुदाय, भासा, संस्करति, इलाका यां सबका बारा मै बडिया जुड़ेड़ी जाणकारी छै।


(ब) वेबसाइट पै लेख डालबो: -
ईं वेबसाइट पै कोई भी साइत्य डालबा कै तोड़ी नीचै लिखेड़ी जाणकारी को पालन करणो चाईजे:-
(1) ईं वेबसाइट पै कोई भी साइत्य डालबा सूँ पहली, (एक मान्यता ईमेल आईडी या फून लम्बर सूँ) अपणो वेबसाइट पै जुड़ाव करबो जरूरी छै।
(2) ईं वेबसाइट पै कस्या भी डालेड़ा लेख सई हैणा चाईजे (कोई भी लेख की नकल करबा की छूट कोनै)
(3) वेबसाइट पै डालेड़ा हर लेख का बारा मै, एक बणाबाळा सदस्य की राय लेणी पड़ैली अर काम मै लेबाळा नै बणाबाळा जे सुदार करवाबो चार्या छै ऊँ आदार पै जे सुदार करबो जरूरी छै, ऊँकै तोड़ी सहमत हैणो चाईजे।
(4) करमचारी लेख नै सई सूँ सुदार कर्यां पाछै ई वेबसाइट पै डालैलो। अगर जाँच करबाळो लेख नै सई न मानै, तो लेख नै काम मै लेबाळा नै बताणो पड़ैलो, पण आखरी मै वेबसाइट बणाबाळी टीम को फैसलो मान्यो जावैलो।
(5) वेबसाइट बणाबाळी टीम लेख नै परकासित कर्यां पाछै भी ऊँनअ लोगां नै, छापबा को हक कोनै, अगर कोई एतराज या मांग छै, तो


 (स) परकरिया:-
सगळा लेखां नै मंजूरी मल्याँ पाछै ईं वेबसाइट पै अपलोड हैला। छापबा का तीन इसतर करेड़ा छै, जियाँ नीचै दियेड़ा छै:-
(1) करमचारी सूँ मंजूरी मलेड़ो साइत्य:- करमचारी एक ढूँढाड़ी बोलबाळो छै, जे समुदाय की भासा-संस्करति, इतियास याँ सब नै बडिया जाणै छै, करमचारी साइत्य की कीमत, ढूँढाड़ी, नै काम लेबो अर ऊँकी जांच करबो। करमचारी कोई अस्या आदमी की भी मदद करैलो, जिनै निया लेख त्‍यार करबा कै तोड़ी सायता की जुरत छै।
(2) वेबसाइट बणाबाळा की मंजूरी:- वेबसाइट बणाबाळो, ढूँढाड़ी करमचारी अर दूसरा लोगाँ कै साथ आपस मै बातचीत करैलो अर फेर लेख नै मंजूरी या नकार देलो। लेख नै मंजूरी मल्यां पाछै ई अपलोड कर्यो जावैलो। अगर ईनै नकार दे छै, तो फेर ईनै वेबसाइट सूँ हटा देलो।
(3) वेबसाइट मालिक सूँ मंजूरी:- हर लेख की जाँच करबा कै तोड़ी वेबसाइट मालिक जिम्मेवार है छै। जद वेबसाइट मालिक मंजूरी दे छै, तो लेख लोगाँ नै दखावै छै। केवल मंजूर करेड़ो लेख नै अपलोड कर्यो जावलो अर दूसराँ लेख नै वेबसाइट सूँ हटा देला।