बचतो रिज्यो रै साथिड़ा
बचतो रिज्यो रै साथिड़ा आयो कोरोना भारी।
वाइरस या इतनो जबर है जग मै छायो रै।
संकरमण फेलायो काळ कै घास समायो रै॥(टेर)
- आगै ओर पडो
- थाँकी राय द्यो
बचतो रिज्यो रै साथिड़ा आयो कोरोना भारी।
वाइरस या इतनो जबर है जग मै छायो रै।
संकरमण फेलायो काळ कै घास समायो रै॥(टेर)
ढूंढाड़ का लोगां की मायड़ भासा छै, ढूँढाड़ी।
ढूंढाड़ का लोग-लुगायां की पचाण छै, ढूँढाड़ी॥(1)
ढूँढाड़ी मै बोलां, ढूँढाड़ी मै गांवां भजन अर गीत।
यो काम आज को कोनै, यातो बरसां पराणी रीत॥(2)
आखर धाम मै चालोनी ढोला पडबा नै।
आपां साक्सर होवैंला तत्काल॥
चालो पडबा नै.....॥(टेर)॥
ये जी म्हारै आवै रै/माचे रै डील मै हेरा।
घर का पूत कुवांरा डोलै यज माना का फेरा॥(टेर)
लम्बो चोड़ो डील हो गियो डाडी मुछ्यां आ गयी।
म्हारा जस्या छोरा छापरा नै लुगायां भागई।
म्हारा सूना पलंग पै डेरा॥
घर का पूत कुवांरा डोलै यज......॥(1)
अबार की राय