बेटी रै वाळा सुण बापजी रै

बेटी रै वाळा सुण बापजी रै।
थारी बेटी नै दे परणाई, सम्मेलण माँईनै रै॥(टेर)
पाणी कोनै रै धरती माँईनै रै।
बीरा म्हारा पड़तो आग्यो काळ, भूल मत राँखजे रै॥
बेटी रै वाळा सुण बापजी रै……॥(1)

हटवाड़ै जाया यो छोगालाल

छोगालाल थारो दादो हटवाड़ै जाया यो रै॥(टेर)
फेर तड़कै उठर जावैलो, सांझ पड़्याँ घर आवैलो॥
छोगालाल थारो दादो……॥(1)


खोल गांठडी देख रै भाया, छोगालाल काँई-काँई लायो।
ताता-ताता माल पुवा या खाया यो॥
छोगालाल थारो दादो……॥(2)

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